13वीं सदी में उत्तर-पश्चिमी एशिया के मैदान से एक ऐसा शख़्स उठा जिसने दुनिया को हिलाकर रख दिया चंगेज़ ख़ान

चंगेज़ ख़ान इतना ख़तरनाक था की देखते ही देखते उसने मंगोल में मौत और तबाही मचा दी

कुछ ही सालो में ख़ून की होली खेलते, खोपड़ियों की मीनार खड़ी करते,हुए  चंगेज़ ख़ान----

हँसते-बसते शहरों की राख उड़ाते  जनरल बीजिंग से मॉस्को तक फैली सल्तनत के मालिक बन गए.

चंगेज़ ख़ान ने ख़ुद दर्जनों शादियां कीं और उनके बेटों की तादाद 200 बताई जाती है

एक शख़्स की इतनी औलादें कैसे?

उन बेटों ने आगे जाकर हुकूमतें कीं और साथ ही साथ बड़े हरम रखे जहां उनके बड़ी तादाद में बेटे पैदा हुए

चंगेज़ ख़ान की मौत के सिर्फ़ 33 साल उनके ख़ानदान के 20 हज़ार लोग ऐशो आराम की ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं

चंगेज़ ख़ान की उम्र जब 60 साल की थी तो अपनी पहली बीवी के गर्भ से पैदा हुए चार बेटों जोची, ओग़दाई, चुग़ताई और तोली को बुलवाया 

उसके बाद चंगेज़ ने अपने सबसे बड़े बेटे जोची ख़ान को उत्तराधिकारी बनाने का फैसला सुनाया जो बाकि बेटो को हज़म नहीं हुई 

उसके बाद चंगेज़ ने अपने सबसे बड़े बेटे जोची ख़ान को उत्तराधिकारी बनाने का फैसला सुनाया जो बाकि बेटो को हज़म नहीं हुई 

 और ये ही वजह है की उसकी औलाद करोड़ों की संख्या में बताई जा रही है उसके खुद के बेटे भी आपस में एक दूसरे को भाई नहीं मानते थे