कोरोना(COVID-19) की चौथी लहार से अपने बच्चों को संक्रमित होने से कैसे बचाये इस पर विशेषज्ञों ने दी 5 चेतावनी
कोरोना वायरस महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। कई देशों में तो फिर से कोरोना की चौथी लहर ने पहले से ही बहुत ज्यादा तबाही मचा दी है। माना जा रहा है कि भारत में भी चौथी लहर जल्दी ही आ सकती है। पुरे भारत में लगातार 11 हफ्तों से covid संक्रमण के केश कम होने के बाद के बाद इस एक हफ्ते में covid के संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पिछले सात दिनों में फिर से कोरोना के नए मामलों की संख्या में 35% तक की वृद्धि हुई है।
क्या रिपोर्ट्स रही कोरोना की इस सप्ताह ?
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के पास के इलाके हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोविड संक्रमण के नये मामले सामने आये है जिनमे सबसे अधिक वृद्धि देखने को मिले है। हालांकि देश के अन्य शहरो में कोविड-19 संक्रमण के मामलों की कुल संख्या कम हुई है। 11 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच संक्रमण के लगभग 7,610 ताजा मामले दर्ज किए गए है, जो कि पिछले सप्ताह में मात्र 4,900 थे। देश में कोविड-19 से होने वाली मौतों में भी गिरावट आ रही है। इस सप्ताह के दौरान केवल 27 मौतें दर्ज की गईं व्ही अगर बात करे 23-29 मार्च, 2020 के बाद से 2 वर्षों में सबसे कम हुई है।
WHO की रिपोर्ट क्या कहती है ?
एशिया और यूरोप के कई देशों में तो कोरोना संक्रमण की चौथी लहर ने तबाही मचा रखी है। इस बार कोरोना वायरस ओमीक्रोन बीए.1 (Omicron BA.1), बीए.2 (BA.2) और एक्सई वेरिएंट्स (XE variant) के काफी मामले देखे जा रहे हैं।हलाकि इस वेरिएंट्स के लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं है लेकिन इनकी फैलने की क्षमता बहुत तेज है, क्योकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी मान लिया है।
बच्चों में क्यों बढ़ रहे है कोरोना के मामले ?
कोरोना की चौथी लहर से बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। पिछले हफ्ते दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में बच्चों में कोरोना के नये मामले पाए गए हैं। जिसको देखते हुए कुछ समय के लिए स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन क्लास फिर से शुरू हो गई हैं। अमेरिका के कोरोना संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ.अमिता गुप्ता ने पीटीआई को बताया कि दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों में बच्चों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों की वजह स्कूलों से प्रतिबंध हटाना है जिससे महामारी की थकान और वायरस के तेजी से फैलने की क्षमता हो सकती है।
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ओमीक्रोन बीए.2 से बचने के क्या उपाय है ?
अमिता गुप्ता ने कहा है कि ओमाइक्रोन का बीए.2 एक सब वेरिएंट संक्रमण को पैदा करने के लिए है अगर बच्चो की रोग प्रतिरक्षा क्षमता अधिक हुई तो कुछ नहीं होगा, हालांकि लोगों ने पहले ही संक्रमण और टीकाकरण करा कर अपनी पार्टी रक्षा बढा ली है जिसके चलते ओमाइक्रोन का बीए.2 कम घातक साबित हुआ है। सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने कहा है कि तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने की आवश्यकता है। क्योकि पिछले कुछ महीनों से कोरोना की जांच लोगो ने कम कराई है।
निर्देश : अपने नजदीकी अस्पताल में दिखाए और डॉकटर का परामर्श अवश्य ले।