देश के 5 सबसे बड़े हिन्दू-मुस्लिम दंगे
भारत देश एक ऐसा देश है जिसमे कई धर्मो के लोग रहते है और यहां हिन्दू- मुस्लिम दंगे बार-बार होते रहते है परन्तु बड़े बुजुर्ग कहते है कि हम सब एक ही है, परन्तु जब हम सब एक ही है तो यहाँ पर धर्म के नाम पर बार-बार दंगे क्यों होते है ?
आपको आज हम देश आजाद होने के बाद हमारे देश में सबसे खतरनाक पांच हिन्दू-मुस्लिम दंगो के बारे में बताएंगे | जिसके बारे में जानकर शायद आप चौंक जायेंगे |
1-दिल्ली दंगा-2020
दिल्ली में यह दंगा फरवरी 2020 को हुआ था जिसमे मारकाट मचाने वाले लोग सभी मुस्लिम ही थे| जिसमे 54 हिन्दूओ की मौत हुई|
2-भागलपुर दंगा-1989
आजादी के बाद भारतीय इतिहास में1989 में भागलपुर का सबसे बड़ा भयानक दंगा है| ये दंगा भागलपुर में हिन्दू और मुस्लिमो के बीच हुआ | जिसमे लगभग 1000 निर्दोष लोगो की जान गयी थी |
3-मुम्बई दंगा-1992
1992 का यह दंगा मुंबई में 1993 तक चला क्योकि इस दंगे का मुंबई वालो का कोई लेना-देना नहीं है क्योकि ये दंगा 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद को तोड़ने से हुआ था जो कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या-फैजाबाद में है, इस दंगे में 900 लोगो की मौत हुई थी| ये दंगा पुरे दो महीने चला था इस दंगे को शांत करने के लिए कांग्रेस ने सेना को बुलाया था|
4-गुजरात दंगा-2002
गुजरात का ये दंगा गोदरा कांड के नाम से जाना जाता है जिसमे मुसलमानो ने ट्रैन रोककर उसके S-6 कोच को जला दिया था जिसमे 59 कारसेवको की मौत हुई थी जिसके बाद गुजरात में दंगे हो गए और फिर लगभग 1100 लोगो की मौत हुई थी |
5-मुजफ्फरनगर दंगे-2013
मुजफ्फरनगर के गाँव कवाल में जाट और मुस्लिमो के बीच हुई इस हिंसा 62 लोगो की जान जान गयी, ये झगड़ा लड़की की छेड़छाड़ का है और उस समय अखिलेश यादव की सरकार उत्तर प्रदेश में थी और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी |
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निष्कर्ष
इन पांचो दंगो में मरने वाले सबसे ज्यादा मुस्लिम ही है हिन्दूओ की सख्या कम है| लेकिन सब जगह पर दंगो को प्रारम्भ करने वाले मुस्लिम समुदाय रहा|