चांद्रायान-3 क्या है? और सौर मंडल की पूरी जानकारी आसान शब्दों में जानिए
सुनो सुनो ए दुनिया वालो नया भारत नई उड़ान ये रिकॉर्ड Out of the Record है.चाँद पर हिंदुस्तान की जय हो 195 देश में भारत एक अकेला देश है. जिसने चाँद के साउथ पोल में अपना झंडा गाड़ा है.बताया जा रहा है जहां लेंड हुआ वहां हमे बर्फ के अवशेष मिले हैं 650-700 करोड़ मैं चांद्रायान-3 बनाया गया ये बहुत ही बड़ी बात है.साउथ पोल में ये मिशन ISRO) के अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ वैज्ञानिक के नेतृत्व में कामयाब हुआ है
आपको बता दे की चंद्रयान-3 का मिशन क्या है क्यों बनाया गया. सरल भाषा में बात करें तो चंद्रयान मतलब एक ऐसी सटेलाइट जो चाँद के बारे में सारे रहस्य पता लगाएगा। आज तक सब देशो ने साउथ पोल में जितने सेटेलाइट भेजे सब क्रेश हो गए लेकिन एक अकेला भारत का मिशन सफल हुआ. भारत ने आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही एक नया इतिहास रच दिया. और भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया.
चांद्रायान-3 मिशन का आखिर मकसद क्या है?
आपको बता दें की चंद्रयान-3 एक भारतीय अंतरिक्ष मिशन है, जिसका मकसद चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर – रोवर को उतारना है.चंद्रयान-3 चांद पर छानबीन करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष तहक़ीक़ात संस्था, (ISRO) से तैयार किया गया तीसरा चंद्र मिशन है। बता दें की इसमें चंद्रयान-2 के जैसे ही एक लैंडर और एक रोवर है, किन्तु इसमें ऑर्बिटर नहीं है। जानकारी के लिए बता दें की चंद्रयान-3 के लिए लैंडर को नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान दिया गया है.
जानिए सौर मंडल के बारे में सम्पूर्ण जानकारी-
सौर मंडल में सौर का मतलब सूर्य से संबंधित और मंडल का मतलब प्रणाली है। सौर मंडल को सौर परिवार भी कहा जाता है.सौर परिवार मैं सूरज केंद्र में होता है, कह सकते हैं की सौर परिवार में सूरज सबका मुख़ियाँ हैं. सूरज के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से सूरज के चारों और खगोलीय पिंड चक्कर लगाते है, यहाँ पर सूरज सौरमंडल का सरदार होता है। सूरज के चारों ओर परिकर्मा करने वाले कईं ग्रहों, जैसे धूमकेतुओं, उल्काओं और कईं आकाशीय पिंडों के ग्रुप को सौरमंडल कहते हैं. सौरमंडल के पूरी ऊर्जा का स्रोत सूरज ही है. आपको बता दें की सोर परिवार में पुरे 9 गृह यानि के नो सदस्य थे लेकिन वैज्ञानिकों ने सबसे छोटू ग्रह को परिवार की हटा दिया है उनका मन्ना है की `वो बहुत छोटा था दरसल इस गृह का नाम प्लूटो था.अब सौरमंडल मैं 8 गृह है –
बुध, Mercury
शुक्र, Venus
पृथ्वी, Earth
मंगल, Mars
बृहस्पति,Jupiter,
शनि,Saturn,
अरुण,Arun
और वरुण.and Varun.
इन सबका अपना वजूद है जैसे
दो प्रकार के गृह पाए जाते हैं
स्थलीय ग्रह (terrestrial planets)
गैसीय ग्रह (Gaseous Planets)
स्थलीय ग्रह (terrestrial planets)
बुध, (Mercury)
बुध गृह सौर मंडल के सूरज से सबसे पास और आकार में सबसे छोटा ग्रह है। बता दें की यम (प्लूटो) को कुछ समय पहले सबसे छोटा ग्रह माना जाता था लेकिन अब इसको बौना ग्रह नाम दिया गया है। आपको बता दें की यह सूरज का एक चक्कर लगाने मैं 88 दिन लगाता है यह लोहे और साथ मैं जस्ते का बना हुआ हैं. बुध गृह सूरज के सबसे निकट का ग्रह है और द्रव्यमान से आंठवे नंबर पर है। इसका कोई भी उपग्रह नही हैं.
शुक्र (Venus)
शुक्र गृह सूरज से दूसरा ग्रह है इसका सूरज के चारों और चक्कर लगाने का मार्ग 108¸200¸000 किलोमीटर लम्बा है। बता दें की इसका व्यास 12¸103•6 किलोमीटर है। इतना ही नहीं शुक्र गृह सौर मंडल का सबसे हॉट यानि के गरम ग्रह है। शुक्र का साइज और बनावट तक़रीबन पृथ्वी के बराबर है। इसी वजह से शुक्र को पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है।
पृथ्वी ग्रह (Planet Earth)
पृथ्वी बुध और शुक्र के बाद सूरज के निकट से तीसरा ग्रह है। पृथ्वी ग्रह एक अकेला गृह है जहां पर ज़िन्दगी है जीवन है जहाँ पर ज़िन्दगी है। सुर्य से पृथ्वी की औसत दूरी को Astronomical यूनिट कहते हैं। और ये तक़रीबन 15 करोड़ km है। इसे नीला गृह भी कहा जाता है क्युकी जिस धरती की सतह के उप्पर पानी तरल अवस्था रहता और ये दुरी वासयोग्य क्षेत्र में है.और ये किसी भी सितारे के पास ये एक ख़ास ज़ोन होता है. इसका diameter12756 किलोमीटर है और इसके धुविए diameter 12714 किलोमीटर है.
मंगल (Mars)
मंगल गृह सौर-परिवार में सूरज से चौथा ग्रह है। पृथ्वी से इसकी चमक दिखती है, और इसी कारण इसे “लाल ग्रह” के नाम भी पुकारते हैं. सौरमंडल के ग्रह 2 तरह के होते हैं – “स्थलीय ग्रह” यानि चट्टानी ग्रह जिनमें ज़मीन होती है यह गृह सिलिकेट शैल और धातुओ से बना हुआ ग्रह है। और सौर मण्डल में स्थलीय ग्रह, सूरज के सबसे नज़दीक अंदुरुनी ग्रह है.और दूसरा “गैसीय ग्रह” जिनमें ज्यादातर गैस ही गैस होती है. धरती की तरह ही मंगल भी एक स्थलीय सतह वाला ग्रह है. इसका एनवायरनमेंट कम घना है. और मंगल गृह का तल देखने पर चाँद के गड्डे और पृथ्वी के ज्वालामुखियों पर्वत , घाटी, रेगिस्तान और ध्रुवीय बर्फीली चोटियों की स्मरण कराता है. आपको बता दें की सौरमंडल का सबसे ज्यादा वाला पर्वत, Olympus Mons मंगल पर ही स्थित है. आपको ये भी बता दें की सौर मंडल के सभी ग्रहों में से हमारी पृथ्वी की तरह ही मंगल ग्रह पर ज़िन्दगी और पानी होने की आशंका सबसे अधिक है।
गैसीय ग्रह (Gaseous Planets)
बृहस्पति (Jupiter)
बृहस्पति गृह सूरज सेे पांचवाँ और सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह है। बृहस्पति गृह एक गैस राक्षक है जिसका मोनेटरी स्टैण्डर्ड सूर्य के हजार वें भाग के बराबर है और सौर परिवार के और 7 ग्रहों के कुल द्रव्यमान का 2.5 गुना है. बृहस्पति गृह को शनि, युरेनस तथा नेप्चून के साथ एक गैसीय ग्रह के रूप में जाना जाता है.ये चारो गृह बाहरी गृह है. यह ग्रह पुराने समय से ही खगोलशास्त्री द्वारा जाना जाता है और यह कई संस्कृतियों की पौराणिक कथाओं और धार्मिक विश्वासों के साथ जुड़ा हुआ था।आपको बता दें की रोमन संस्कर्ति ने अपने ही देवता जुपिटर के नाम पर इसका नाम रखा था. बृहस्पति ग्रह को देवताओं का ग्रह भी कहा जाता है।
शनि गृह (Saturn)
शनि गृह सौर परिवार का एक सदस्य ग्रह है. यह सूर्य से छठे वे स्थान पर है. और सौरमंडल में बृहस्पति ग्रह के बाद सबसे बड़ा ग्रह हैं. इसके कक्षीय परिभ्रमण का पथ 4,29,40,000 km है। बता दें की शनि गृह के 81 उपग्रह हैं. और उसमे टाइटन सबसे बड़ा है. शनि ग्रह को प्राचीन काल में ही खोज निकाला था. गैलीलियो गैलिली ने साल 1610 में दूरबीन की मदद से इस ग्रह को खोजा गया था. शनि ग्रह 75 % हाइड्रोजन और 25 % हीलियम सेबना हुआ है. जानकारी के लिए बता दें की जल, मिथेन, अमोनिया एवं पत्थर इस गृह पर बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं. सौर परिवार में चार ग्रहों को गैस दानव कहा जाता है, वो इस वजह से क्युकी यहाँ मिटटी-पत्थर की बजाय ज्यादतर गैस है और इनका साइज बहुत ही बड़ा है। शनि गृह इनमे से एक है.
अरुण (Arun) Uranus
अरुण गृह या युरेनस हमारे सौर मण्डल में सूरज से सातवाँ स्थान है. द्रव्यमान में यह पृथ्वी से 14.5 X ज्यादा भार वाला और साइज में पृथ्वी से 63 गुना अधिक बड़ा है। लेकिन अगर औसत रूप से देखा जाए तो पृथ्वी से बहुत कम घना है – क्योंकि पृथ्वी पर पत्थर और अन्य भारी पदार्थ ज्यादा % मात्रा में हैं जबकि अरुण गृह पर गैस ज्यादा है. आपको बता दें की अरुण गृह को बिना दूरबीन के आँख से भी आसानी से देखा जा सकता है. आपको बता दें की अरुण गृह दूरबीन द्वारा खोजा गया पहला ग्रह था. इसके 15 उपग्रहों में से 10 को सन 1986 में वायेजर=1 यान द्वारा खोजा गया.
वरुण गृह (Neptune)
वरुण, नॅप्टयून सौर मण्डल का सूरज से आठवाँ ग्रह है। आपको बता दे की वरुण’ ग्रह की धरातल का गुरुत्वाकर्षण तक़रीबन धरती जैसा ही है वरुण’ ग्रह की खोज आज भी एक तकरार का विषय है. वरुण’ ग्रह पर सबसे तेज हवाएं चलती हैं. जहां जीवन मुश्किल हैं. वरुण’ ग्रह सौर परिवार का सबसे ठंडा ग्रह है. इस ग्रह को अपनी धुरी पर एक चक्कर लगाने में तक़रीबन 16 घंटे का समय लगता हैं, और सूरज की एक पूरी परिक्रमा करने में तक़रीबन 165 वर्ष लगते है.
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निष्कर्ष
उम्मीद करती हूँ आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया होगा आपको दें की इस मिशन के बाद ISRO सूर्य मिशन आदित्य एल-1 शुरू करेगा जिसकी जानकारी आने वाले अगले आर्टिक्ल में मिल जायगी.
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